Bihar News: राजा रघुवंशी हत्याकांड की मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी को मेघालय पुलिस शिलांग ले जा रही है। उसे गाजीपुर से पटना के फुलवारी शरीफ पुलिस स्टेशन ले जाया गया। फिलहाल सोनम रघुवंशी को यहीं रखा गया है। इसके बाद पुलिस सोनम को लेकर कोलकाता, फिर गुवाहाटी पहुंचेगी। फिर पुलिस सोनम को गुवाहाटी से शिलांग ले जाएगी।
गाजीपुर से बक्सर के रास्ते पटना पहुंची सोनम को फुलवारी शरीफ थाने में रखा गया
दरअसल, पुलिस ने राजा रघुवंशी की हत्या मामले में सोनम सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। राजा की हत्या पूर्वी खासी हिल्स जिले के सोहरा में हनीमून के दौरान की गई थी। राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी 23 मई को लापता हो गए थे। 2 जून को उनकी पत्नी की तलाश के दौरान राजा का शव एक खाई में मिला था। इस बीच 9 जून को सोनम यूपी के गाजीपुर में सामने आई और पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। इससे पहले पुलिस और एसआई ने कथित तौर पर देश को हिला देने वाले अपराध में शामिल अन्य लोगों को भी पकड़ लिया। मामले में अब तक सोनम समेत पांच लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
क्या होती हैं ट्रांजिट रिमांड?
लेकिन सवाल हर किसी के जहन में उठ रहा है कि आखिर ट्रांजिट रिमांड होता क्या है? दरअसल जब किसी आरोपी को उस राज्य या शहर से गिरफ्तार किया जाता है, जो मूल केस दर्ज होने वाले स्थान से अलग होता है, तब वहां की स्थानीय अदालत से ट्रांजिट रिमांड लेना जरूरी होता है। इसका मकसद होता है कि अदालत की अनुमति से आरोपी को असली केस वाले राज्य में ले जाना। उदाहरण के तौर पर, अगर केस दिल्ली में दर्ज है लेकिन आरोपी को मुंबई में पकड़ा गया है, तब मुंबई की अदालत से ट्रांजिट रिमांड लेकर आरोपी को दिल्ली लाया जा सकता है। 72 घंटे यानी तीन दिन की रिमांड का मतलब है कि पुलिस को इतना समय दिया गया है कि वह आरोपी को संबंधित राज्य की अदालत तक ले जाए। इस दौरान पुलिस को आरोपी की सुरक्षा, मेडिकल जांच और अन्य कानूनी प्रक्रिया का पालन करना होता है।
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