World News: जहां भारत जैसे देश जनसंख्या वृद्धि को लेकर चिंतित हैं, वहीं रूस में घटती जनसंख्या सरकार की सबसे बड़ी चिंता बन गई है। इसी के चलते रूस की सरकार ने एक बेहद अनोखा कदम उठाने का मन बनाया है। प्रस्ताव है कि नागरिकों को एक सप्ताह की विशेष छुट्टी दी जाए ताकि वे बच्चे पैदा करने के लिए प्रेरित हो सकें। यह प्रस्ताव रूसी संसद में क्रेमलिन समर्थक और सबसे युवा सांसद जॉर्जी अरापोव द्वारा रखा गया है।
इस प्रस्ताव के अनुसार, साल में एक बार कपल्स को “फैमिली प्लानिंग हॉलिडे” दी जाएगी ताकि वे बिना तनाव के परिवार बढ़ाने की योजना बना सकें। अरापोव का कहना है कि यह पहल लोगों को रिश्तों में गहराई और परिवार की शुरुआत के लिए सकारात्मक माहौल देगी। अब इस प्रस्ताव की व्यवहारिकता की जांच श्रम मंत्रालय द्वारा की जा रही है।
रूस में जन्म दर ऐतिहासिक रूप से गिर गई है। पिछले दो सौ वर्षों में यह आंकड़ा सबसे निचले स्तर पर पहुंच चुका है। सरकार पहले भी कई कदम उठा चुकी है, जिनमें गर्भपात पर आंशिक प्रतिबंध, शादी और डेटिंग को बढ़ावा देने वाले वित्तीय इंसेंटिव शामिल हैं।
इसके साथ ही कई चौंकाने वाले सुझाव भी सामने आए हैं। एक पादरी ने 45 साल की उम्र तक बच्चा न होने पर प्रतीकात्मक टैक्स लगाने का सुझाव दिया है। वहीं, एक डॉक्टर ने कहा कि लोग अपने लंच ब्रेक या कॉफी ब्रेक में भी फैमिली प्लानिंग कर सकते हैं।
इतना ही नहीं, सरकार ने आर्थिक प्रोत्साहन के भी कई ऐलान किए हैं। पहली डेट के लिए लगभग ₹4500, प्रेग्नेंट छात्राओं को ₹1,05,022 और कुछ क्षेत्रों में पहले बच्चे के लिए ₹9,70,319 तक की सहायता राशि दी जा रही है। पहले भी सरकार ने रात 10 बजे से 2 बजे तक इंटरनेट और बिजली बंद करने जैसे अजीब प्रस्ताव दिए थे ताकि कपल्स एक-दूसरे के साथ समय बिता सकें।
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन खुद कह चुके हैं कि रूस की आबादी बढ़ाना राष्ट्रीय प्राथमिकता है। उन्होंने साफ कहा कि देश का भविष्य इस बात पर निर्भर करेगा कि “हम कितने हैं।”

