Ranchi News: पिछले करीब पांच महीने से मानदेय का भुगतान नहीं होने से आक्रोशित रिम्स के सफाई कर्मचारी गुरुवार को हड़ताल पर चले गए। कर्मचारियों के उठाए गए इस कदम के चलते अस्पताल की सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई। इस बीच गुस्साए कर्मचारियों ने रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार के कार्यालय का घेराव भी किया।
हालांकि सोमवार को सभी के मानदेय का भुगतान करवाने का आश्वासन दिए जाने पर दोपहर में अस्पताल की सफाई शुरू कर दी गई। इस तरह पहली पाली में सफाई नहीं हो सकी। रिम्स प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अन्नपूर्णा यूटिलिटी सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड पर अपने कर्मचारियों को गुमराह करने और सफाई का काम बिना किसी सूचना के बंद करने पर केस दर्ज कराने की तैयारी कर ली है। साथ ही एजेंसी को ब्लैकलिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू करने के भी निर्देश दिए हैं।रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार ने कहा कि एजेंसी अपने कर्मचारियों को गुमराह कर पूर्व में भी काम बाधित कर चुकी है। उसे चेतावनी भी दी जा चुकी है।कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें अक्तूबर से मानदेय नहीं मिला है।
वहीं, रिम्स प्रबंधन का दावा है कि दिसंबर तक का भुगतान एजेंसी को किया जा चुका है और जनवरी का बिल कुछ दिन पहले ही मिला है।प्रबंधन ने कहा कि टेंडर शर्तों के अनुसार यदि किसी कारणवश संस्थान भुगतान में देरी करता है तो भी एजेंसी कर्मियों को मानदेय देती रहेगी। लेकिन एजेंसी इसका पालन नहीं कर रही। साथ ही रिम्स के मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार सभी एजेंसी को भुगतान का विपत्र हर माह की 7 तारीख तक जमा करना है, पर इसका भी ध्यान नहीं रखा जा रहा।
एजेंसी के सफाई कार्यों पर प्रबंधन को लगातार शिकायत मिल रही है। इसका खुलासा निरीक्षण में भी हो चुका है। इसके अलावा प्रबंधन को विपत्र की जांच में कई त्रुटियों मिल चुकी हैं। एजेंसी जितने कर्मियों का विपत्र जमा करती है, उतने कर्मी परिसर में कभी नहीं रहते हैं।एजेंसी का कार्यकाल जल्द ही समाप्त होने वाला है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। निदेशक ने चिकित्सा अधीक्षक को नई निविदा को जल्द पूरा करने को कहा है।