India News: दशहरे के पर्व पर आयोजित शूर्पणखा के पुतले को लेकर इंदौर में बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। रघुवंशी समाज ने इस आयोजन का विरोध करते हुए कहा है कि शूर्पणखा के पुतले पर सोनम रघुवंशी का नाम और उनका चेहरा लगाना पूरी तरह अनुचित और समाज की गरिमा का उल्लंघन है।
रघुवंशी समाज ने जिला प्रशासन को सौंपा ज्ञापन
समाज के प्रतिनिधियों ने थाना और जिला कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने कहा कि धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजनों में किसी भी व्यक्ति या जाति विशेष को दोषी बताकर दिखाना अनुचित है और इससे सामाजिक एकता को ठेस पहुंचती है। जिला अध्यक्ष पिंकी रघुवंशी ने कहा कि आरोपित महिलाएं न्यायालय की प्रक्रिया में हैं और बिना दोष सिद्ध हुए उनका नाम जोड़ना गलत है।
महिला समाज का अपमान और व्यापक आंदोलन का आह्वान
पिंकी रघुवंशी ने इस आयोजन को महिला समाज का अपमान बताया और चेतावनी दी कि यदि सोनम रघुवंशी का नाम पुतले से हटाया नहीं गया तो समाज व्यापक आंदोलन के लिए मजबूर होगा। वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष उमाशंकर रघुवंशी ने आरोप लगाया कि यह सिलसिला जान-बूझकर महिलाओं को निशाना बनाने के लिए चलाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पुरुष और महिलाएं दोनों अपराधी हो सकते हैं, पर केवल महिलाओं को क्यों निशाना बनाया जा रहा है।
परिवार और समाज की प्रतिष्ठा पर हमला
सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद रघुवंशी ने इसे परिवार की मान-प्रतिष्ठा को आहत करने वाला कृत्य बताया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन तुरंत रद्द किया जाना चाहिए।
जिला प्रशासन ने शुरू की जांच
उच्चस्तरीय शिकायत मिलने के बाद जिला प्रशासन मामले की जांच में जुट गया है। रघुवंशी समाज के विरोध को देखते हुए आने वाले दिनों में दशहरा आयोजन या तो रद्द हो सकता है या इसे संशोधित किया जा सकता है। इस विवाद पर सभी की निगाहें बनी हुई हैं।

