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Chaibasa News: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और ओडिशा के पूर्व राज्यपाल रघुवर दास ने चाईबासा दौरे के दौरान राज्य की हेमंत सोरेन सरकार पर अब तक का सबसे तीखा हमला बोला है। मंगलवार देर शाम पत्रकारों से बात करते हुए रघुवर दास का दर्द और गुस्सा उस वक्त फूट पड़ा, जब उनसे चाईबासा सदर अस्पताल में एक नवजात की मौत और उसके बाद पिता द्वारा शव को थैली में ले जाने की शर्मनाक घटना पर सवाल पूछा गया। उन्होंने दो टूक कहा कि खुद को आदिवासियों की हितैषी बताने वाली सरकार ने असल में आदिवासियों का जीवन ‘नर्क’ बना दिया है।
शव वाहन न मिलना मानवता पर कलंक; चंदा मांगकर घर पहुंचा पिता
रघुवर दास ने चाईबासा सदर अस्पताल की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि यह राज्य के लिए डूब मरने वाली बात है। उन्होंने कहा, “बेहद दुखद है कि एक पिता (डिंबा चंतोबा) को अपने चार माह के मासूम का शव ले जाने के लिए एम्बुलेंस तक नहीं मिली। उस गरीब को चंदा मांगना पड़ा और अंत में कलेजे के टुकड़े को थैली में भरकर नोआमुंडी ले जाना पड़ा। क्या यही है आदिवासियों की सरकार?” उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की संवेदनहीनता के कारण आज झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था वेंटिलेटर पर है।
खदानें बंद फिर भी अवैध खनन जारी; मुख्यमंत्री के क्षेत्र पर भी सवाल
अटल स्मृति फुटबॉल प्रतियोगिता के समापन पर पहुंचे रघुवर दास ने केवल स्वास्थ्य ही नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम सिंहभूम जिले में कई खदानें आधिकारिक रूप से बंद हैं, लेकिन सरकार के संरक्षण में वहां खुलेआम अवैध खनन हो रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के अपने क्षेत्र में भी माफिया सक्रिय हैं। रघुवर दास ने पूर्व सीएम मधु कोड़ा द्वारा पकड़ी गई गाड़ी का उदाहरण देते हुए कहा कि थाने से माफिया की गाड़ी छोड़ दिया जाना यह बताता है कि तंत्र कितना बिका हुआ है।
कथनी और करनी में अंतर; अब घोटालों की बन चुकी है सरकार
रघुवर दास ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि वर्तमान झारखंड सरकार केवल झूठी घोषणाओं की सरकार बनकर रह गई है। जमीन पर हकीकत इसके बिल्कुल उलट है। स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली, अवैध खनन का बोलबाला और आदिवासियों की निरंतर उपेक्षा इस सरकार का असली चेहरा है। उन्होंने मांग की कि चाईबासा सदर अस्पताल की घटना और अवैध खनन के सिंडिकेट की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को सलाखों के पीछे भेजा जाना चाहिए।

