मुजफफर हुसैन
Ranchi News : राजधानी रांची की जाम और अव्यवस्थित ट्रैफिक व्यवस्था से जूझ रहे नागरिकों के लिए अब राहत की खबर है। जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री की सक्रिय पहल और सख्त निगरानी के चलते रांची की यातायात व्यवस्था में धीरे-धीरे सुधार देखने को मिल रहा है। पिछले कुछ महीनों में ट्रैफिक नियंत्रण को लेकर जिला प्रशासन ने कई ठोस कदम उठाए हैं, जिनका असर अब सड़कों पर साफ नजर आने लगा है। पूर्व में जहां लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान जाने में घंटों समय लगता था, अब यह फासला चंद मिनटों में पूरा हो जा रहा है।
अब रांची के किसी भी सड़क पर वाहन नहीं फंसते बल्कि आराम से आवागमन होता है। इससे लोग समय पर अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचने लगे हैं। कार्यालय कर्मी भी अपने कार्यालय समय पर पहुंचते हैं। किसी मार्ग पर अब एंबुलेंस नहीं फंसती। लोग इससे सुकून की सांस ले रहे हैं और इसका सारा श्रेय उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री को जाता है, जिन्होंने रांची उपायुक्त का पदभार लेते ही यहां की यातायात व्यवस्था और जाम को चुनौती के रूप में लिया और उनका सकारात्मक प्रयास अब रंग लाने लगा है। उपायुक्त की पहल और कड़ी निगरानी के चलते रांची की ट्रैफिक व्यवस्था में जो सकारात्मक बदलाव दिख रहा है, वह आने वाले समय में और मजबूत होता नजर आएगा। यदि यही गति बनी रही, तो जल्द ही रांची को एक स्मार्ट और सुव्यवस्थित शहर के रूप में पहचाना जा सकेगा।
नियमित रूप से ट्रैफिक से संबंधित समीक्षात्मक बैठक
उपायुक्त की अध्यक्षता में नियमित रूप से ट्रैफिक से संबंधित समीक्षात्मक बैठकें आयोजित की जा रही हैं, जिसमें जिला पुलिस, नगर निगम, पथ निर्माण विभाग, ट्रैफिक पुलिस और अन्य संबंधित एजेंसियों के अधिकारी भाग लेते हैं। इन बैठकों का मुख्य उद्देश्य रांची में ट्रैफिक की समस्या को समझना, जाम वाले इलाकों की पहचान करना और त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है।
अतिक्रमण हटाओ अभियान से मिला बड़ा लाभ
यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए सबसे पहले उपायुक्त ने शहर के प्रमुख चौराहों और सड़कों से अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया। इस अभियान के तहत फुटपाथों पर कब्जा जमाए दुकानदारों को हटाया गया और सड़क किनारे अवैध पार्किंग पर कार्रवाई की गई। इससे सड़क की चौड़ाई बढ़ी और वाहन चालकों को सुगम आवाजाही में मदद मिली।
यातायात पुलिस को मिला अतिरिक्त बल
शहर के मुख्य जाम स्थलों जैसे अलबर्ट एक्का चौक, कचहरी चौक, रेडियम रोड, हिनू और हरमू में अतिरिक्त ट्रैफिक पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके साथ ही सीसीटीवी कैमरों की संख्या में भी वृद्धि की गई है, जिससे ट्रैफिक उल्लंघन पर नजर रखना आसान हुआ है। कई जगहों पर रेड लाइट जंप और बिना हेलमेट चलने पर चालान की संख्या भी बढ़ी है, जिससे लोग अब नियमों के प्रति अधिक सतर्क हो गए हैं।
महिला यातायात पुलिस सजग व चौकस
शहर की यातायात व्यवस्था में इन दिनों काफी संख्या में महिला पुलिस नजर आती हैं। उन्होंने शहर को जाममुक्त करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। वे काफी सजग व चौकस होकर अपने कर्तव्यों का अनुपालन कर रही हैं, जिससे राजधानी रांची की यातायात व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। साथ ही, यातायात विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर भी लगाम लगा है। अब नागरिकों को यातायात के नाम पर अवैध वसूली का शिकार होना नहीं पड़ता। इससे वे काफी खुश हैं और इसके लिए उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री का शुक्रिया अदा करते नहीं थकते। उनका कहना है उपायुक्त ने वाकई रांची को जाममुक्त कर दिया है।
ट्रैफिक लाइट और संकेत व्यवस्था में सुधार
शहर की कई जगहों पर खराब ट्रैफिक लाइट को मरम्मत कर फिर से चालू किया गया है। साथ ही सड़कों पर दिशा-सूचक और संकेत चिह्नों को स्पष्ट रूप से लगाने का काम भी किया गया है, ताकि बाहर से आने वाले वाहन चालकों को मार्गदर्शन मिल सके। इस व्यवस्था ने भी ट्रैफिक को नियंत्रित करने में सहायता की है।
स्कूली समय में विशेष ट्रैफिक प्लान लागू
सुबह और दोपहर के समय जब स्कूलों की छुट्टी होती है, तब सड़कों पर अत्यधिक भीड़ होती है। इसे देखते हुए उपायुक्त के निर्देश पर स्कूली समय में अलग ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है। इसके अंतर्गत कुछ मार्गों को वन-वे बनाया गया है और स्कूल बसों के लिए अलग लेन निर्धारित की गई है। इससे स्कूल क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम की स्थिति में काफी सुधार हुआ है।
जनता का सहयोग भी रहा अहम
इस अभियान में रांची की जनता का सहयोग भी महत्वपूर्ण रहा है। उपायुक्त द्वारा सोशल मीडिया और स्थानीय समाचार माध्यमों के जरिए नागरिकों से अपील की गई थी कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें और प्रशासन के प्रयासों में सहयोग दें। लोगों ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी, जिससे अभियान की सफलता और भी सुनिश्चित हुई।
उपायुक्त की प्राथमिकता में है यातायात सुधार
उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने स्पष्ट किया है कि रांची की यातायात व्यवस्था को सुधारना उनकी प्राथमिकताओं में है। उन्होंने कहा कि ट्रैफिक की समस्या केवल प्रशासन की नहीं बल्कि सभी नागरिकों की जिम्मेदारी है। यदि सभी मिलकर नियमों का पालन करें तो रांची को जाम मुक्त और सुरक्षित बनाया जा सकता है।