Patna News: बिहार में नई सरकार बनने की तैयारी अब तेजी से आगे बढ़ रही है। विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिले भारी बहुमत के बाद बुधवार का दिन राजनीतिक बैठकों से भरा रहा। सबसे अहम बैठक मुख्यमंत्री आवास पर हुई, जहां जदयू विधायक दल ने सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को अपना नेता चुन लिया। इस फैसले ने साफ कर दिया कि नीतीश एक बार फिर मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे आगे हैं।
भाजपा और एनडीए की बैठकों से बढ़ी हलचल
इधर भाजपा कार्यालय में भी विधायक दल की बैठक शुरू हो गई, जहां पार्टी अपना नेता तय करेगी। इसके बाद शाम को एनडीए विधायक दल की संयुक्त बैठक होगी, जिसमें नीतीश कुमार के दोबारा नेता चुने जाने की संभावना लगभग तय मानी जा रही है।
जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने बुधवार सुबह ही संकेत दे दिया था कि बैठक में नीतीश को नेता चुना जाएगा और शाम तक राज्यपाल से मिलकर सरकार गठन का दावा पेश कर दिया जाएगा।
गांधी मैदान में शपथ ग्रहण की तैयारियां तेज
नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर भी पटना में हलचल बढ़ गई है। गुरुवार को प्रस्तावित इस समारोह की तैयारियां गांधी मैदान में चल रही हैं। मंगलवार शाम नीतीश कुमार खुद वहां पहुंचे और मंच, अतिथि बैठने की व्यवस्था और सुरक्षा इंतज़ामों का जायजा लिया।
एनडीए की जीत के बाद पूरे राज्य में उत्साह है और अनुमान लगाया जा रहा है कि शपथ ग्रहण समारोह में बड़ी संख्या में लोग जुटेंगे।
एनडीए की सीटों का गणित
इस चुनाव में एनडीए ने कुल 202 सीटें हासिल की हैं। भाजपा 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी, जबकि जदयू 85 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रही। चिराग पासवान की एलजेपी (आर) ने 29 सीटों पर चुनाव लड़कर 19 सीटें जीतीं, जो गठबंधन में तीसरी सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरी। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को पाँच और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को चार सीटें मिलीं।
बिहार की राजनीति एक बार फिर नीतीश कुमार की ओर मुड़ती दिखाई दे रही है, और अब नजरें इस बात पर टिकी हैं कि नई सरकार की टीम कैसी होगी।
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