रांची। नीड बेस्ड सहायक प्राध्यापक नियुक्ति में पारदर्शिता समेत अन्य मामलों को लेकर सोमवार को NSUI का एक प्रतिनिधिमंडल रांची विश्वविद्यालय कुलसचिव डॉ. गुरु चरण साहू से मिला। संगठन की ओर से कुलसचिव को ज्ञापन सौंपते हुए राज्य उपाध्यक्ष अमन अहमद ने कहा नीड बेस्ड सहायक प्राध्यापक नियुक्ति हेतु इतिहास एवं राजनीति विज्ञान की जो सूची प्रकाशित हुई है, उसमें कई तरह की त्रुटियां हैं। इस सूची में कई अभ्यर्थियों का नाम छोड़ दिया गया है। सूची सुधार के लिए विश्वविद्यालय की ओर से आवेदन तो लिया गया है लेकिन सूची अब तक बनाकर तैयार नहीं किया जा सका है। इससे कई योग्य उम्मीदवार के छूटने की संभावना है। इसीलिए कुलपति महोदय जारी मेरिट लिस्ट को शुद्ध करते हुए छूटे हुए अभ्यर्थियों के नाम जोड़ने संबंधी निर्देश जारी करें ताकि योग्य उम्मीदवार को भी साक्षात्कार का मौका मिल सके। इस क्रम में एनएसयूआई ने विश्वविद्यालय से कई सवाल भी उठाया।
एनएसयूआई ने सवाल उठाया
1) कुलपति महोदय के अनुसार मेरिट लिस्ट तैयार करने के लिए जब योग्य टिम कार्य कर रही है तो ऐसे योग्य उम्मीदवारों का नाम मेरिट लिस्ट में कैसे छूट सकता है…??? ये तो कही न कही गड़बड़झाला का प्रमाण है..??
2) ऐसे में अभ्यर्थी कैसे यकीन करे कि विश्वविद्यालय द्वारा नीड बेस्ड नियुक्ति सही और प्रदर्शती तरीके से होगा या हो रहा है..?कही खानापूर्ति तो नहीं की जा रही है…???
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन कुलसचिव महोदय से मांग करती है कि जल्द सभी आवेदकों का नाम को मेरिट लिस्ट सूची में जोड़ा जाए एवं मेरिट लिस्ट निकाला जाए । कुलसचिव ने कहा कि इस पर विश्वविद्यालय की टीम कार्य कर रही है और जल्द ही मेरीट लिस्ट निकाला जाएगा, निश्चित रूप से डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन एकदम पारदर्शी हो रहा है और होगा। मौके पर गुलशन सिंह, रोहित दास आदि छात्र नेतागण उपस्थित थे ।