Bihar News: बिहार की सियासत में एक पोस्टर विवाद ने बड़ा बवाल खड़ा कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की “वोटर अधिकार यात्रा” को लेकर नवादा जिले के हिसुआ के विश्व शांति चौक पर कांग्रेस विधायक नीतू कुमारी और भाजपा के पूर्व विधायक अनिल सिंह आमने-सामने आ गए। मामला तब शुरू हुआ जब विश्व शांति चौक पर पहले से लगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर की जगह कांग्रेस विधायक नीतू कुमारी ने राहुल गांधी का पोस्टर लगवा दिया।
जैसे ही यह घटना हुई, भाजपा नेता और पूर्व विधायक अनिल सिंह मौके पर पहुंचे और इसका पुरजोर विरोध करने लगे। खबर फैलते ही इलाके में बड़ी संख्या में लोग जुट गए और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। अनिल सिंह किसी भी कीमत पर पोस्टर हटाने की मांग कर रहे थे, जबकि विधायक नीतू कुमारी राहुल गांधी का पोस्टर हटाने को तैयार नहीं थीं।
बात इतनी बढ़ गई कि दोनों नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक और आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया। माहौल बिगड़ते देख पुलिस फौरन मौके पर पहुंची और पूर्व विधायक अनिल सिंह समेत उनके समर्थकों को थाने ले आई। इसके बाद स्थिति पर काबू पाया जा सका।
थाने में पहुंचे अनिल सिंह ने कहा कि पहले से ही पीएम मोदी का पोस्टर वहां लगा हुआ था क्योंकि गयाजी में आयोजित कार्यक्रम को लेकर यह जगह पहले से बुक थी। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस विधायक ने जबरन राहुल गांधी का पोस्टर वहां लगाया, जबकि उन्हें दूसरी जगह लगाने से कोई रोक नहीं रहा था। लेकिन प्रशासन ने शिकायत सुनने के बजाय उल्टे उन्हें और उनके समर्थकों को थाने में बैठा दिया।
मामला इतना गरमा गया कि पुलिस की मौजूदगी न होती तो स्थिति और गंभीर हो सकती थी। लोगों का कहना है कि दोनों नेताओं के बीच जिस तरह का विवाद हुआ, उससे इलाके में तनाव भड़क सकता था।
अनिल सिंह ने चेतावनी दी कि इस घटना के विरोध में राहुल गांधी के हिसुआ दौरे पर उन्हें काला झंडा दिखाया जाएगा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जब भी इस इलाके से गुजरेंगे, लोगों द्वारा गांव-गांव में उनका विरोध दर्ज कराया जाएगा।
यह विवाद उस समय हुआ है जब बिहार की राजनीति पहले से ही गरमाई हुई है। पोस्टर पॉलिटिक्स अब किसी भी पार्टी के लिए सिर्फ प्रचार का साधन नहीं रह गया है, बल्कि यह राजनीतिक टकराव की नई वजह बनता जा रहा है।

