India News: पीएम नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शनिवार को नई दिल्ली में आयोजित होने वाली नीति आयोग की महत्वपूर्ण बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी। यह निर्णय ममता बनर्जी द्वारा इस बार बैठक से दूरी बनाए रखने का संकेत है। हालांकि उनके इस कदम के पीछे स्पष्ट कारण अभी सामने नहीं आया है, लेकिन एक अधिकारी के अनुसार पिछली नीति आयोग की बैठक का अनुभव उनके लिए सुखद नहीं रहा था।
पिछली बैठक में ममता बनर्जी ने आरोप लगाया था कि उन्हें अपनी बात पूरी तरह रखने का अवसर नहीं दिया गया और उनके भाषण के दौरान माइक्रोफोन बंद कर दिया गया। इस घटना से नाराज होकर उन्होंने बैठक कक्ष छोड़ दिया था। हालांकि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि ममता को निर्धारित समय तक बोलने का पूरा मौका मिला था।
इस वर्ष की नीति आयोग की बैठक का विषय है ‘विकसित भारत के लिए विकसित राज्य@2047’। इस बैठक में राज्यों की भूमिका पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिससे भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए राज्यों को सशक्त किया जा सके। गवर्निंग काउंसिल की इस बैठक में ‘विकसित भारत@2047’ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए विकसित राज्य के दृष्टिकोण पर विस्तृत चर्चा की जाएगी।
ममता बनर्जी की अनुपस्थिति से इस बैठक में हल्की खलबली मची है क्योंकि राज्य और केंद्र के बीच संवाद की अहमियत को लेकर यह बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। अब देखना होगा कि आगे ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच क्या संवाद स्थापित होता है।

