Jharkhand News: लातेहार जिले के महुआडांड़ थाना क्षेत्र के नीचे दौना गांव में रविवार रात पुलिस और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में पांच लाख रुपये का इनामी नक्सली मनीष यादव मारा गया, जो बिहार के गया जिले के चकरबंधा गांव का निवासी था। वहीं, एक अन्य नक्सली कुंदन खरवार को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार कर लिया।
सोमवार को पलामू आईजी सुनील भास्कर, डीआईजी वाई एस रमेश और लातेहार एसपी कुमार गौरव ने इस मुठभेड़ को लेकर संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। अधिकारियों ने बताया कि मनीष यादव पर झारखंड के लातेहार और गढ़वा जिले के अलावा छत्तीसगढ़ के कई थाना क्षेत्रों में नक्सली हिंसा, पुलिस पर हमला और हत्या के गंभीर मामले दर्ज थे। उसकी तलाश लंबे समय से चल रही थी और उस पर झारखंड सरकार ने पांच लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि माओवादी दस्ता नीचे दौना गांव में मौजूद है। इसके आधार पर पुलिस ने रविवार रात करीब 1:30 बजे से गांव की घेराबंदी शुरू कर दी थी। पुलिस की मौजूदगी की भनक लगते ही नक्सली गोलीबारी करते हुए भागने लगे, जिसका जवाब सुरक्षाबलों ने भी दिया। इस दौरान मनीष यादव मौके पर ही मारा गया, जबकि कुंदन खरवार को भागने के क्रम में दबोच लिया गया।
कुंदन खरवार, जो मनिका प्रखंड के माइल गांव का रहने वाला है, उस पर भी 27 से अधिक मामले विभिन्न थाना क्षेत्रों में दर्ज हैं। पुलिस ने उसके पास से आधुनिक एक्स-95 राइफल और नक्सली गतिविधियों से वसूली गई लेवी की राशि भी बरामद की है। पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट कहा कि क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों के पास अब केवल आत्मसमर्पण का विकल्प बचा है। यदि वे सरेंडर नहीं करते हैं तो उन पर इसी प्रकार सख्त कार्रवाई की जाएगी।

