Bihar News: अब भारत भी दुनिया का ऐसा दूसरा देश हो जाएगा जहां साढ़े पांच हजार के करीब मरीज एक अस्पताल में भर्ती किए जा सकेंगे और उनका एक ही जगह इलाज करना संभव हो सकेगा। इस अस्पताल की लागत साढ़े पांच करोड़ से ज्यादा है। इसे भारत के बिहार राज्य की राजधानी पटना में बनाया जा रहा है।
कभी बीमारू राज्य की पहचान रखने वाला बिहार अब चिकित्सा सुविधाओं के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित करने जा रहा है। राज्य की राजधानी पटना में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बन रहा है, जिसकी कुल क्षमता 5,462 बेड की होगी। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) के रूप में विकसित किया जा रहा है।
इस अस्पताल का निर्माण कार्य वर्ष 2018 में शुरू हुआ था और इसे दो चरणों और कुल पांच टावरों में बनाया जा रहा है। इसका एक टावर, जिसमें 1,700 बेड हैं, पहले ही उद्घाटित किया जा चुका है। अब तक इस परियोजना का 80 प्रतिशत से अधिक काम पूरा हो चुका है। अनुमान है कि पूरा अस्पताल अगले कुछ महीनों में पूरी तरह से सेवा के लिए तैयार हो जाएगा।
5,540 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे इस अस्पताल को न केवल बिहार बल्कि पूरे देश के लिए गेम चेंजर माना जा रहा है। यहां 250 एमबीबीएस सीटें और 200 पोस्ट ग्रेजुएट सीटें भी उपलब्ध कराई जाएंगी। इसका उद्देश्य न केवल इलाज मुहैया कराना है, बल्कि यह चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान का भी एक बड़ा केंद्र बनेगा।
अभी तक दुनिया में सबसे बड़ा अस्पताल चीन के हेन्ना प्रांत में स्थित है, जहां 7,000 बेड हैं। पटना का नया अस्पताल इसकी सूची में दूसरे स्थान पर रहेगा। इस अस्पताल से बिहार और आसपास के राज्यों – जैसे झारखंड, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश – को भी अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त होंगी।
दुनिया के टॉप-10 अस्पतालों की सूची में भारत को मिलेगा बड़ा स्थान:
- चीन, हेन्ना प्रांत – 7,000 बेड
- भारत, पटना (निर्माणाधीन) – 5,462 बेड
- चीन, चेंगदू – 4,300 बेड
- फिलीपींस, मंडलुयांग – 4,200 बेड
- ताइवान, तोयुयान – 4,000 बेड
- तुर्की, अंकारा – 3,810 बेड
- श्रीलंका, कोलंबो – 3,404 बेड
- दक्षिण अफ्रीका, जोहानिसबर्ग – 3,200 बेड
- मिस्र, काहिरा – 3,200 बेड
- भारत, कोझिकोड – 3,025 बेड
बिहार सरकार और स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि यह अस्पताल राज्य को एक नई पहचान दिलाएगा और बिहार को ‘बीमारू राज्य’ की छवि से पूरी तरह बाहर निकालेगा।