India News: आजकल ग्रामीण क्षेत्रों और विशेषकर खेतों में खतरनाक सांप रसैल वाइयपर ने दहशत मचा रखी है। सर्प विशेषज्ञ बताते हैं कि यह सांप इतना जहरीला होता है कि एक बार डसने पर इंसान की मौत कुछ ही मिनटों में हो सकती है। इस सांप की पहचान और समय पर इलाज बेहद जरूरी है।
पहचान कैसे करें
रसैल वाईपर की खासियत इसकी भारी और मोटी काया है। इसकी लंबाई लगभग 3 से 4 फीट तक होती है। इसकी त्वचा पर सुनहरे, भूरे और काले रंग के गोल निशान बने होते हैं जो आसानी से दिखाई देते हैं। इसकी बड़ी आंखें और तेजी से बाहर आती जीभ इसे और खतरनाक बनाती हैं। सबसे डरावनी बात इसकी फुंकार है, जो इतनी तेज और डरावनी होती है कि दूर से ही लोग सहम जाते हैं। यह सांप ज्यादातर सूखे और बंजर इलाकों में पाया जाता है।
कहां मिलता है
बरसात और गर्मियों के दौरान यह अधिक सक्रिय हो जाता है क्योंकि इन मौसमों में सांप अपने बिलों से बाहर निकलते हैं। यह खेतों, पुराने घरों, लकड़ियों के ढेर और झाड़ियों में छिपा रहता है। हालात यह हैं कि अब यह घरों के आसपास भी दिखाई देने लगा है, जिससे ग्रामीणों की चिंता और बढ़ गई है।
हमला और खतरा
विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी चाल भले धीमी हो, लेकिन हमला अचानक और बेहद घातक होता है। इसलिए यदि यह कहीं दिखाई दे, तो इसे छेड़ने या भगाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए, बल्कि तुरंत वन विभाग या प्रशिक्षित सांप पकड़ने वाले को बुलाना चाहिए।
डसने पर क्या करें
अगर किसी को रसैल वाईपर काट ले तो सबसे पहले घबराने की बजाय शांत रहना जरूरी है।
- काटे गए अंग को सीधा रखें और उसे कम से कम हिलाएं।
- बिना समय गंवाए तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचना चाहिए, क्योंकि घरेलू इलाज या झाड़-फूंक करने से स्थिति और बिगड़ सकती है। बचाव ही सबसे बड़ा उपाय है।
- खेतों में काम करते समय जूते और मोटे कपड़े पहनें।
- रात में टॉर्च का इस्तेमाल करें और घर के आसपास साफ-सफाई बनाए रखें, ताकि सांपों को छिपने की जगह न मिले।
- झाड़ियों और लकड़ियों के ढेर से दूर रहना भी बेहद जरूरी है।

