Ranchi News : झारखंड में विधानसभा चुनावों की तैयारियों को तकनीकी रूप से मजबूत बनाने के लिए एक नई पहल की गई है। राज्य के सभी मतदान केंद्रों और उनके क्षेत्रों की जियो फेंसिंग की प्रक्रिया प्रारंभ की जा रही है। इस पहल का उद्देश्य मतदाताओं को बेहतर सुविधा देना और मतदान प्रक्रिया को अधिक सुव्यवस्थित बनाना है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुसार प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं की संख्या 1200 के अंदर रखी जाएगी। इससे मतदान के समय भीड़ कम होगी, कतारों का बेहतर प्रबंधन (क्यू-मैनेजमेंट) हो सकेगा और मतदान प्रक्रिया तेज होगी।
श्री कुमार ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों की सीमाओं को जियो फेंसिंग तकनीक के माध्यम से चिन्हित किया जा रहा है। इससे संबंधित BLO (बूथ लेवल ऑफिसर) को अपने क्षेत्र के मतदाताओं और उनके आवास तक पहुंचने में आसानी होगी। इसके साथ ही एक ऐप के जरिए मतदाता अपने मोबाइल पर ही यह जान सकेंगे कि उनका मतदान केंद्र कहां है, उसका सटीक स्थान क्या है और उनके BLO कौन हैं।
इस तकनीकी पहल के तहत 11 जून से 13 जून तक विभिन्न स्तर के अधिकारियों को बैचवार एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण का शुभारंभ मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने स्वयं किया। प्रशिक्षण में पुडुचेरी, भारतीय जनगणना कार्यालय और आईटी विशेषज्ञों के अनुभवों को आधार बनाकर तैयार किए गए मॉड्यूल का उपयोग किया जा रहा है।
प्रशिक्षण सत्र के दौरान पीपीटी के माध्यम से जियो फेंसिंग और नक्शा निर्माण की प्रक्रिया समझाई जा रही है। इसके अतिरिक्त धुर्वा सेक्टर का फील्ड विजिट कराकर अधिकारियों को नजरी नक्शा तैयार करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके पश्चात प्रतिभागियों को टीमों में बांटकर प्रैक्टिकल कार्य कराया जा रहा है।
प्रशिक्षण के अंत में सभी अधिकारियों का मूल्यांकन भी होगा। जो प्रतिभागी न्यूनतम आवश्यक अंक प्राप्त नहीं कर पाएंगे, उन्हें पुनः प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस कार्यक्रम में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी देव दास दत्ता सहित निर्वाचन से जुड़े कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।