India News: भारत ने मंगलवार की रात को चलाए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान और पीओके में आतंक के अड्डों पर करारा वार करते हुए जैश-ए-मोहम्मद का हेडक्वार्टर ‘मरकज सुभान अल्लाह’ तबाह कर दिया। यह हेडक्वार्टर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बहावलपुर के पास स्थित था और लगभग 15 एकड़ में फैला हुआ था। भारत द्वारा किए गए इस सटीक हमले में जैश, लश्कर और हिजबुल के कुल 9 आतंकी ठिकाने नष्ट किए गए।
मरकज सुभान अल्लाह पुलवामा हमले समेत कई बड़े आतंकी हमलों की साजिशों का केंद्र रहा है। 14 फरवरी 2019 को हुए CRPF काफिले पर हमले में इसी हेडक्वार्टर से प्रशिक्षित आतंकी शामिल थे, जिसमें 40 जवान शहीद हुए थे। मरकज का निर्माण 2015 में अफ्रीका और यूके से जुटाए गए फंड से हुआ था और इसमें 600 से अधिक आतंकी प्रशिक्षण ले रहे थे।
यह अड्डा न केवल आतंकियों को हथियारों, रॉकेट लॉन्चर और बम बनाने का प्रशिक्षण देता था, बल्कि कट्टरपंथी विचारधारा को भी फैलाता था। यहां एक बड़ा जिम्नेजियम, स्विमिंग पूल और हथियार डिपो था, जिसे सैटेलाइट इमेज से नष्ट पाया गया।
भारत ने बिना सीमा पार किए हाई-प्रिसिजन स्कैल्प और हैमर मिसाइलों का इस्तेमाल कर यह हमला किया। यह अड्डा एनएच-5 पर कराची मोड़ के पास स्थित था और जैश प्रमुख मसूद अजहर, उसके भाई अब्दुल रऊफ असगर और साले यूसुफ अजहर (उर्फ उस्ताद घोरी) का निवास स्थान भी था।
भारत सरकार ने स्पष्ट किया कि यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। इस केंद्र को नष्ट करना ऑपरेशन सिंदूर का प्रमुख उद्देश्य था। मौलाना रफीक उल्लाह, जो 2022 से यहां धार्मिक कट्टरपंथी प्रशिक्षण दे रहे थे, भी इस केंद्र से जुड़े रहे हैं।
भारतीय वायुसेना द्वारा इस हमले को अंजाम देने से जैश और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को बड़ा झटका लगा है। यह कार्रवाई न केवल एक कूटनीतिक संदेश है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की ‘नो टॉलरेंस पॉलिसी’ को भी दर्शाती है।