India News: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर बीती रात 3 दिनी दौरे पर रूस पहुंचे हैं। संबंधों के लिहाज से बेहद अहम माना जा रहा है। भारतीय विदेश मंत्री इस दौरान रूस के विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव और पहले उप प्रधानमंत्री डेनिस मंटुरोव से मुलाकात करेंगे।
जयशंकर का यह दौरा ऐसे समय हो रहा है, जब हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की थी। पुतिन ने पीएम मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ अलास्का में हुई मुलाकात और रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा की जानकारी दी थी। मोदी और पुतिन के बीच यह बातचीत 10 दिनों में दूसरी बार हुई है। विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि जयशंकर का यह दौरा 19-21 अगस्त 2025 तक रहेगा। वे 20 अगस्त को होने वाली भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग की 26वीं बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे।
अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारी और मंत्रियों, जिनमें ट्रंप प्रशासन के ट्रेड एडवाइजर पीटर नवारो, वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट और विदेश मंत्री मार्को रुबियो शामिल हैं, ने भारत पर रूस से तेल खरीदने को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है। अमेरिका के दबाव और चीन के बढ़ते दबदबे के बीच, भारत रूस को एक मजबूत और भरोसेमंद साझेदार मानता है। दशकों से रक्षा और रणनीतिक मामलों में रूस भारत का प्रमुख सहयोगी रहा है। सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति पुतिन की मुलाकात इस महीने के अंत में चीन के तियानजिन में होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन के दौरान हो सकती है। इसके अलावा इस साल के अंत में पुतिन के भारत दौरे की संभावना पर भी बातचीत चल रही है।

