चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रसव कराने आई महिलाओं से अवैध वसूली का गंभीर मामला सामने आया है। 108 एंबुलेंस कर्मियों द्वारा प्रसूताओं से पैसे लेने और प्रसव के बाद स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा “मिठाई” के नाम पर धन उगाही की खबर सामने आने के बाद, उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने इस पर तत्काल संज्ञान लिया।
उपायुक्त ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच के निर्देश दिए। जांचोपरांत, आरोपों की पुष्टि होने पर 108 एंबुलेंस के दोषी चालक को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया है और उस पर केस भी दर्ज किया गया है। इसके साथ ही, प्रसव वार्ड में कार्यरत संबंधित नर्स को भी दोषी पाया गया, जिसे लेकर कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए उसके निलंबन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
भ्रष्टाचार पर उपायुक्त का कड़ा रुख
उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने इस कार्रवाई पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “जनसेवा केंद्रों पर किसी भी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने गुमला के सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित की जाए। साथ ही, इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने हेतु एक नियमित और सशक्त निगरानी तंत्र स्थापित करने का भी आदेश दिया है।
बंद कमरे में जांच, मीडिया से दूरी
उपायुक्त के आदेश के बाद एसईएमओ डॉ. धनुराज सुब्रह्मरु के नेतृत्व में एक जांच टीम चैनपुर सीएचसी पहुंची। टीम में स्वास्थ्य केंद्र के बीपीएम विनय नायक और लिपिक मनीष साहू भी शामिल थे।
हालांकि, उपायुक्त द्वारा जांच में पारदर्शिता बरतने का निर्देश दिया गया था, लेकिन जांच टीम ने मीडिया कर्मियों को प्रक्रिया से दूर रखा। एसईएमओ ने प्रसव पीड़िता अनीता कुजूर और संबंधित आशा कार्यकर्ता से एक बंद कमरे में पूछताछ की।
अधिकारियों ने साधी चुप्पी, भाजपा ने उठाए सवाल
जांच के बाद जब मीडिया कर्मियों ने एसईएमओ डॉ. धनुराज सुब्रह्मरु से सवाल किए, तो वे हर बात छुपाते नजर आए। उन्होंने किसी भी सवाल का स्पष्ट जवाब नहीं दिया और बार-बार “जांच की जा रही है” दोहराते रहे।
इसी बीच, साप्ताहिक बाजार होने के कारण कई ग्रामीण जो पिछले तीन महीने से जन्म प्रमाण पत्र के लिए सीएचसी के चक्कर लगा रहे थे, उन्होंने भी एसईएमओ से शिकायत की, लेकिन उन्हें भी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली।
अधिकारियों के इस रवैये पर भाजपा मंडल अध्यक्ष ने जताई नाराजगी
भाजपा मंडल अध्यक्ष बुधराम नायक ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा, “चैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लूट का अड्डा बन गया है। कार्रवाई पारदर्शिता में होनी चाहिए ताकि अन्य कर्मियों में पैसा न लेने का डर पैदा हो।”
उन्होंने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि किसके खिलाफ क्या कार्रवाई हुई, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं दी जा रही है। एसईएमओ डॉ. धनुराज सुब्रह्मरु ने अंत में केवल इतना कहा कि जांच रिपोर्ट गुमला सीएस को सौंप दी जाएगी और वही मीडिया को विस्तृत जानकारी देंगे।

