World News: आतंकी हाफिज सईद का खासमखास आमिर हमजा को अज्ञात लोगों ने गोली मार दी। उसे गंभीर हालत में यहां के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आमिर हमजा कोई ऐरा-गैरा आतंकी नहीं है। वह लश्कर चीफ हाफिज सईद का राइट हैंड है। उससे भी अधिक वह लश्कर-ए-तैयबा का को-फाउंडर भी है। आतंकी आमिर हमजा रहस्यमयी परिस्थितियों में बुरी तरह घायल है। उसके शरीर पर चोटों के निशान हैं। लाहौर के अस्पताल में वह मौत की भीख मांग रहा है। उसकी हालत बहुत खराब है और कभी भी उसके सासों की डोरी टूट सकती है।
आमिर हमजा ने हाफिज सईद के साथ मिलकर लश्कर को भारत के खिलाफ खड़ा किया। हमजा का आतंकी सफर 1980 के दशक से शुरू हुआ। उसने आतंकी हाफिज सईद और अब्दुल रहमान मक्की के साथ मिलकर लश्कर-ए-तैयबा की नींव रखी थी। मकसद भारत में आतंक फैलाना और जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाना था। हमजा की क्राइम कुंडली की बात करे तो उसका सबसे बड़ा गुनाह यही है कि उसने मुंबई हमलों को अंजाम दिया। वह मुंबई हमलों के अलावा, जम्मू-कश्मीर में हुए कई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड रहा है।
अब हमजा और हाफिज के बीच खटपट
दरअसल, साल 2018 में आमिर हमजा और हाफिज सईद के बीच आतंकी संगठन लश्कर के लिए उगाही करने वाले फंड को लेकर मनमुटाव हो गया था। तब इंटरनेशनल प्रेशर में पाकिस्तानी सरकार ने इस संगठन के फंड लेने पर रोक लगा दी थी। तब आतंकी हमजा का मानना था कि हाफिज सईद ने इस मामले में पाकिस्तान सरकार पर दबाव नहीं डाला, वरना इस संगठन के चंदा लेने पर रोक नहीं लगती। उसके बाद आतंकी हमजा ने एक अलग संगठन जैश-ए-मनक्फा बनाया, जो फंड उगाने का काम करता था।
कई हमलों में शामिल रहा हमजा
मुंबई अटैक के वक्त हमजा लश्कर का ऑपरेशनल कमांडर था। बीते साल जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में शिव खोरी मंदिर से लौट रहे तीर्थयात्रियों की बस पर हमले में भी इसकी बड़ी भूमिका थी।
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में हथियारों की तस्करी, ड्रोन के जरिए हथियार सप्लाई, और आतंकी ट्रेनिंग सेंटर चलाने आगे रहा है। इसके अलावा हमजा ने लश्कर के लिए फंड जुटाने और नए आतंकियों की भर्ती में भी अहम भूमिका निभाई।