Jharkhand News: झारखंड से दिल्ली तक गांजा तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। रामगढ़ जिले की पुलिस ने इस गिरोह के दो सक्रिय तस्करों को धर-दबोचा है। पुलिस को इनके पास से कुल 25 किलो गांजा बरामद हुआ है। मामले की पुष्टि करते हुए रामगढ़ एसपी अजय कुमार ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता में इस कार्रवाई की विस्तृत जानकारी दी।
गिरफ्तार किए गए तस्करों की पहचान शत्रुघन कुमार और लालू कुमार के रूप में हुई है। दोनों आरोपी मूल रूप से बिहार के पटना जिले के रहने वाले हैं। वर्तमान में वे रामगढ़ के पतरातू थाना क्षेत्र स्थित पीटीपीएस क्षेत्र में रह रहे थे और वहीं से अपने तस्करी के काम को अंजाम दे रहे थे।
एसपी अजय कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि दो युवक रांची से गांजा लेकर पतरातू पहुंचने वाले हैं और वहां से दिल्ली के लिए ट्रेन पकड़ेंगे। इस इनपुट पर एसडीपीओ गौरव गोस्वामी के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम (SIT) बनाई गई। इस टीम ने पतरातू रेलवे स्टेशन और उसके आसपास के रास्तों पर निगरानी शुरू की।
गहन निगरानी के दौरान पुलिस टीम ने गरैवाटांड़ से पतरातू रेलवे स्टेशन जाने वाली पीसीसी सड़क पर पुतरिया नदी पुल के पास दो युवकों को संदिग्ध अवस्था में देखा। पुलिस को देखते ही वे भागने लगे लेकिन जवानों ने पीछा कर दोनों को पकड़ लिया।
तलाशी के दौरान शत्रुघन कुमार के पास से 6 पैकेट में कुल 11.8 किलो गांजा और लालू कुमार के पास से 14 पैकेट में 13.9 किलो गांजा मिला। इस तरह कुल 25.7 किलो गांजा बरामद किया गया।
पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि वे लोग गांजा लेकर भुवनेश्वर से निकले थे और बस और ट्रेन के माध्यम से रांची होते हुए पतरातू पहुंचे। पतरातू से वे दिल्ली के सकरपुर इलाके में एक दुकान पर गांजा की डिलीवरी देने वाले थे।
एसपी अजय कुमार ने यह भी बताया कि ये तस्कर जानबूझकर रांची रेलवे स्टेशन से ट्रेन नहीं पकड़ते थे क्योंकि वहां सुरक्षा जांच सख्त होती है। इसके बजाय वे छोटे रेलवे स्टेशनों जैसे पतरातू से जनरल बोगी में सवार होकर सफर करते थे ताकि किसी को संदेह न हो। दिल्ली पहुंचने के कुछ स्टेशन पहले ही ये उतर जाते थे ताकि वहां की जांच से भी बचा जा सके।
पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में जुट गई है। यह कार्रवाई नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ झारखंड पुलिस की एक बड़ी सफलता मानी जा रही है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि राज्य को ड्रग्स मुक्त बनाने के लिए अभियान लगातार जारी रहेगा।