Bihar News: पटना के गुरु गोविंद सिंह अस्पताल में एक नवजात की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों और स्थानीय लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। करीब दो घंटे तक अस्पताल के मुख्य द्वार पर तालाबंदी की गई और मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा किया गया। परिजनों ने अस्पताल कर्मचारियों पर लापरवाही और 2500 रुपए की अवैध मांग का आरोप लगाया है।
उक्त मामला पटना सिटी के मालसलामी इलाके की रहने वाली अंशु कुमारी से जुड़ा है, जो 6 मई को प्रसव के लिए अस्पताल आई थीं। परिजनों का आरोप है कि लेबर रूम का दरवाजा अंदर से बंद था और महिला को एक घंटे तक दर्द में तड़पते हुए छोड़ दिया गया। परिजनों के मुताबिक, प्रसव के दौरान तीन कर्मियों ने जबरन दबाव डालकर डिलीवरी कराई और इसके बाद 2500 रुपए मांगे गए।
बच्चे की हालत बिगड़ने पर उसे नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हंगामे के बाद अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर योगेंद्र प्रसाद मंडल ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। करीब तीन घंटे के बाद अस्पताल में स्थिति सामान्य हुई, लेकिन इस घटना ने अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।