लातेहार। गरीबों के अनाज में सेंधमारी करने वालों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जायेगा। शिकायत मिलने पर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी। यह बातें गुरुवार को झारखंड राज्य खाद्य आयोग की सदस्य सह प्रभारी अध्यक्ष शबनम परवीन नेे कही। वह आकास्मिक खाद्यान्न कोष के जिला स्तरीय आबंटन स्थिति, पंचायत स्तर पर राशि की उपलब्धता एवं खर्च आदि को लेकर परिसदन मेंं अधिकारियों संग बैठक कर रहीं थीं। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 का उद्देश्य समाज के अंतिम पिछड़े व्यक्ति को खाद्यान्न उपलब्ध कराना है। खाद्य सुरक्षा प्रदान करना हम सब की जिम्मेवारी है। यह ध्यान रखें आपके क्षेत्र में किसी को खाद्यान्न की कमी नहीं हो। गोदाम में अनाज की उपलब्धता और वितरण पर विशेष ध्यान दिया जाये। सार्वजनिक जनवितरण प्रणाली के तहत संचालित केंद्रों का नियमित निरीक्षण करने के लिए प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी को निर्देश देते हुए प्रभारी अध्यक्ष ने कहा कोताही और लापरवाही नहीं करें, इसे आयोग बर्दाश्त नहीं करेगा। शिकायत मिलने पर नियम विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी। इसके अतिरिक्त उन्होंने झारखंड आकास्मिक खाद्यान्न कोष का उचित उपयोग करने एवं एमओ काे लोगों के बीच योजना का विभिन्न माध्यम से प्रचार-प्रसार करने को कहा। साथ ही, लंबित शिकायताें का निस्तारीकरण शीघ्र करने के निर्देश दिए। इस बैठक में मुख्य रूप से अपर समाहर्ता रामा रविदास, जिला आपूर्ति पदाधिकारी रश्मि लकड़ा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अलका हेंब्रम, जिला शिक्षा अधीक्षक गौतम साहू, नगर प्रशासक, नगर पंचायत समेत जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी उपस्थित थे।
आदिम जनजाति गांव पहुंचकर ली जानकारी
प्रभारी अध्यक्ष शबनम परवीन जिला आपूर्ति पदाधिकारी रश्मि लकड़ा, प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज तिवारी एवं एमओ रघुनंंदन राम आदि को लेकर आदिम जनजााति गांव कोने पहुंची और डाकिया योजना अंतर्गत मिलनेे वाले खाद्यान्न की जानकारी ली। पंचायत समिति सदस्य चमन परहिया से उन्होंने प्रति माह मिलने वाले खाद्यान्न की भी जानकारी ली। साथ ही, ग्रामीण स्कूली बच्चों केे बीच जाकर उन्होंने भोजन वितरण की जानकारी ली। बच्चों से पूछा खाने में क्या-क्या मिलता है? उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि बच्चों के भाेजन में पोषण का ध्यान रखें ताकि उन्हें पोषक तत्वों की काेई कमी नहीं हो।