Social News: बैठने की आदत केवल आराम की नहीं, बल्कि व्यक्तित्व की झलक भी देती है। बॉडी लैंग्वेज के विशेषज्ञों का कहना है कि पैर क्रॉस करके बैठना अक्सर आत्मविश्वास, सहजता और नियंत्रण का प्रतीक माना जाता है। पुरुषों में “फिगर 4 पोज” यानी एक टखने को दूसरे घुटने पर रखकर बैठने की मुद्रा आत्मविश्वास और खुलेपन को दर्शाती है।

वहीं महिलाएं आमतौर पर घुटनों पर पैर क्रॉस कर और एक पैर हल्का आगे फैलाकर बैठती हैं, जो शालीनता, आत्म-सम्मान और सौंदर्य का संकेत होता है। ब्रिटिश शाही घराने की सदस्य केट मिडलटन और मेघन मार्कल को भी अक्सर इस मुद्रा में देखा गया है, जिससे यह स्टाइल ‘रॉयल पोस्चर’ के नाम से प्रसिद्ध है।

बॉडी लैंग्वेज से झलकता है मूड और तनाव

कभी-कभी पैर और हाथ कसकर रखकर बैठना आत्मविश्वास की कमी या तनाव की निशानी हो सकती है। वहीं, यदि किसी व्यक्ति का पैर आपकी दिशा में मुड़ा हो तो इसका अर्थ है कि वह आपकी बातों में रुचि रखता है। मॉडल्स और फैशन शो में भी यह पोज़ लोकप्रिय है क्योंकि इससे शरीर का संतुलन और आकर्षण निखरता है।

लंबे समय तक ऐसा बैठने से हो सकते हैं नुकसान

विशेषज्ञों का कहना है कि लंबे समय तक पैर क्रॉस करके बैठने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो सकता है। इससे पैरों में झनझनाहट, सुन्नपन, ऐंठन और वेरिकोज वेन्स जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए सलाह दी जाती है कि हर कुछ समय बाद उठकर टहलें और पैरों को सीधा रखें ताकि रक्त प्रवाह सामान्य बना रहे।

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