Jharkhand News: झारखंड में आदिवासी समाज के महानायकों सिदो-कान्हू के वंशजों पर हुए लाठीचार्ज और गोलीबारी की घटना ने सियासी माहौल को गर्म कर दिया है। इस घटना के विरोध में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पूर्वी सिंहभूम जिला मुख्यालय पर जबरदस्त प्रदर्शन किया।
यह प्रदर्शन आदिवासी सुरक्षा परिषद के बैनर तले आयोजित किया गया, जिसका नेतृत्व भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता रमेश हांसद ने किया। उन्होंने सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, “झारखंड सरकार केवल आदिवासियों के नाम पर राजनीति और वोटबैंक तैयार करती है, लेकिन जब आदिवासी अपने पूर्वजों के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित करते हैं तो उनके ऊपर लाठियां और गोलियां बरसाई जाती हैं।”
क्या है पूरा मामला?
साहेबगंज जिले के भोगनाडीह गांव में सिदो-कान्हू के वंशजों और समर्थकों पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज व फायरिंग की गई थी। यह घटना तब घटी जब वे सिदो-कान्हू स्मरण दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे। इस घटना में कई लोगों के घायल होने की खबर है, जिसे लेकर पूरे आदिवासी समाज में आक्रोश है।
भाजपा की सख्त मांगें
रमेश हांसद ने इस कार्रवाई को आदिवासी अस्मिता पर हमला बताते हुए राज्य सरकार से साफ-साफ कहा कि साहेबगंज के उपायुक्त (DC) और पुलिस अधीक्षक (SP) को तत्काल निलंबित किया जाए और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि यदि यह मांग पूरी नहीं होती है तो भाजपा कार्यकर्ता साहेबगंज में बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे और सरकार की असलियत को गांव-गांव जाकर उजागर करेंगे।
भाजपा की आदिवासी रणनीति
हांसद ने कहा, “सिदो-कान्हू सिर्फ झारखंड नहीं, पूरे आदिवासी समाज के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उनके वंशजों पर इस प्रकार का हमला पूरे आदिवासी समाज का अपमान है, जिसे भाजपा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी।” उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा अंतिम सांस तक आदिवासियों के सम्मान और अधिकारों की लड़ाई लड़ती रहेगी।
प्रदर्शन में गूंजे नारे
प्रदर्शन के दौरान आदिवासी सुरक्षा परिषद और भाजपा कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने दोषी अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त करने, पीड़ितों को मुआवजा देने, और आदिवासी समुदाय से माफी मांगने की मांग की।
“सरकार होश में आओ”, “आदिवासियों पर जुल्म बंद करो”, “सिदो-कान्हू का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान” जैसे नारों से जिला मुख्यालय का वातावरण गूंज उठा।