India News: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। मौजूदा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा का कार्यकाल जून 2024 में समाप्त हो चुका है और अब पार्टी नए अध्यक्ष की नियुक्ति की दिशा में गंभीरता से विचार कर रही है। खास बात यह है कि इस बार महिला नेतृत्व को लेकर संभावना पहले से कहीं ज्यादा मजबूत दिखाई दे रही है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, अध्यक्ष पद की रेस में कुल छह नाम चर्चा में हैं, जिनमें तीन महिलाएं और तीन पुरुष नेता शामिल हैं।
तीन पुरुष दावेदारों की बात करें तो:
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धर्मेंद्र प्रधान – केंद्रीय मंत्री और कुशल रणनीतिकार माने जाते हैं। ओडिशा से आते हैं और ओबीसी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। उनका संगठनात्मक अनुभव और ग्रासरूट पकड़ उन्हें मजबूत दावेदार बनाती है।
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शिवराज सिंह चौहान – मध्य प्रदेश के चार बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। अब वे केंद्र सरकार में मंत्री हैं। जनप्रियता, सादगी और गांवों में गहरी पैठ उन्हें भाजपा का जन-चेहरा बनाती है।
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मनोहर लाल खट्टर – हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में केंद्रीय मंत्री हैं। संघ से नजदीकी और अनुशासनप्रिय छवि के चलते राष्ट्रीय नेतृत्व के लिए उपयुक्त माने जाते हैं।
तीन महिला दावेदारों में शामिल हैं:
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निर्मला सीतारमण – देश की पहली पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री। तमिलनाडु से आती हैं और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की सशक्त आवाज रही हैं।
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डी. पुरंदेश्वरी – एनटी रामाराव की बेटी और पूर्व केंद्रीय मंत्री। आंध्र प्रदेश में भाजपा की प्रदेश अध्यक्ष रहीं और दक्षिण भारत में पार्टी की पहचान बनीं।
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वानाथी श्रीनिवासन – भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और तमिलनाडु की विधायक। संगठनात्मक अनुभव और चुनावी रणनीति की अच्छी समझ रखती हैं।
भाजपा अध्यक्ष पद के चयन में संगठनात्मक अनुभव, क्षेत्रीय संतुलन और सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखा जा रहा है। महिला वोटर्स के निर्णायक समर्थन और महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने के बाद पार्टी एक महिला अध्यक्ष बनाकर बड़ा राजनीतिक संदेश देना चाहती है।