India News: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के नेलमंगला इलाके में 27 वर्षीय महिला से गैंगरेप की वारदात ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया है। घटना 21 अक्टूबर की रात लगभग 9:30 बजे की है, जब पांच लोग खुद को स्थानीय पुलिस अधिकारी बताकर महिला के घर में जबरन घुस गए।
पीड़िता के मुताबिक, आरोपियों ने पहले उस पर और उसके परिचितों पर गांजा रखने और देह व्यापार में शामिल होने का झूठा आरोप लगाकर 1 लाख रुपये की उगाही की मांग की। जब महिला ने विरोध किया, तो उन्हें क्रिकेट बैट और मछेटी से बेरहमी से पीटा गया। इस दौरान उसकी सहेली बेहोश हो गई, जबकि उसका छोटा बेटा और पति का दोस्त बाथरूम में बंद कर दिए गए। इसके बाद तीन आरोपियों ने पास के एक मकान में ले जाकर पीड़िता से सामूहिक दुष्कर्म किया।
लूटपाट के बाद फरार हुए आरोपी
वारदात के बाद आरोपी 25,000 रुपये नकद और दो मोबाइल फोन लूटकर फरार हो गए। पीड़िता के बड़े बेटे ने तुरंत पुलिस को सूचित किया और कुछ ही मिनटों में होयसला पेट्रोलिंग वैन मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक आरोपी भाग चुके थे। पुलिस ने महिला को अस्पताल पहुंचाया और आईपीसी की धारा 70 (सामूहिक दुष्कर्म) समेत कई धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
तीन आरोपी गिरफ्तार, मिथुन फरार
मदनायकनहल्ली पुलिस ने 48 घंटे के भीतर कार्रवाई करते हुए नवीन, कार्तिक और ग्लानी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि सुयोग, जंगली पृथ्वी और सीना को हिरासत में लिया गया। अधिकारियों के अनुसार, इस गैंग का मास्टरमाइंड मिथुन है, जो अभी फरार है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मिथुन का पीड़िता से पुराना विवाद था, और उसी ने बदला लेने के लिए पुलिस का रूप धारण कर हमला करने की साजिश रची थी।
फिलहाल, विशेष पुलिस टीमें मिथुन और उसके सहयोगियों की तलाश में छापेमारी कर रही हैं। पुलिस ने पीड़िता और आरोपियों के मेडिकल परीक्षण कराए हैं, और रिपोर्ट से कई अहम साक्ष्य मिलने की उम्मीद है।
स्थानीय लोगों में गुस्सा और दहशत
घटना से इलाके में दहशत और आक्रोश फैल गया है। लोगों ने पुलिस पर गश्त बढ़ाने और रात के समय सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने की मांग की है।
यह मामला न केवल महिला सुरक्षा बल्कि अपराधियों की बढ़ती दुस्साहसिकता पर भी सवाल खड़ा करता है। पीड़िता पश्चिम बंगाल की मूल निवासी है और छह महीने से अपने परिवार के साथ बेंगलुरु में रह रही थी।

