UP News: बरेली में जुमे की नमाज के बाद हुए बवाल ने शहर की शांति भंग कर दी है। आई लव मोहम्मद प्रदर्शन के दौरान हुई पत्थरबाजी और उपद्रव के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। अब पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटी है। इस बीच, आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
हिंसा पर सख्त प्रशासन
जानकारी के अनुसार, शुरुआत में मौलाना तौकीर को उनके परिचित के घर पर ही हाउस अरेस्ट किया गया था, लेकिन बाद में पुलिस उन्हें अज्ञात स्थान पर ले गई। शहर में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है और मौलाना के घर के 400 मीटर के दायरे में कड़ी निगरानी रखी जा रही है। डीएम ने संकेत दिए हैं कि दोषियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत सख्त कार्रवाई होगी।
एनएसए के तहत हो सकती बड़ी कार्रवाई
डीआईजी ने पुष्टि की है कि बवाल के दौरान भीड़ की तरफ से फायरिंग भी हुई। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में पत्थरबाजी, लाठीचार्ज और भगदड़ के दृश्य साफ दिखाई दे रहे हैं। इस हिंसा में कई लोगों के साथ 22 पुलिसकर्मी भी घायल हुए। पुलिस ने अब तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है और 25 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है।
5 एफआईआर और कई गिरफ्तारियां
प्रारंभिक जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि बरेली का यह उपद्रव अचानक नहीं था, बल्कि इसकी प्लानिंग करीब 5 दिन पहले से की गई थी। पुलिस ने 12 टीमें गठित की हैं और 60 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। अब तक पांच एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं, जिनमें कोतवाली, प्रेमनगर, किला और बारादरी थाने शामिल हैं।
एसएसपी अनुराग आर्य खुद इस मामले की निगरानी कर रहे हैं और कोतवाली को कंट्रोल रूम बनाया गया है। पुलिस की तैयारी है कि उपद्रवियों और आयोजकों पर एनएसए लगाया जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
वहीं, अखिल भारतीय मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है और अपील की है कि मुसलमान किसी भी परिस्थिति में हिंसा का सहारा न लें। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है और शांति का रास्ता ही सबसे सही है।

