Ranchi News: भाजपा नेता अनिल टाईगर महतो की हत्या को लेकर उनके परिजनों ने बड़ा खुलासा किया है। गुरुवार को रांची प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में परिजनों ने इसे एक सोची-समझी साजिश बताया। उनका कहना है कि यह हत्या कोई सामान्य वारदात नहीं, बल्कि पुश्तैनी जमीन पर कब्जा जमाने के लिए की गई सुनियोजित साजिश है।
परिजनों ने बताया कि अनिल टाईगर का खंटगा, गागी, सुकरूहुटू और गारू गांव की लगभग 10 एकड़ जमीन पर पुश्तैनी अधिकार था। इस जमीन का खेवट नंबर 4 है, जिस पर कई अन्य ग्रामीण रैयतों का भी हक है। उन्होंने आरोप लगाया कि देवव्रत नाथ शाहदेव नामक व्यक्ति ने फर्जी कागजात तैयार कर जमीन कब्जाने की कोशिश की। जब अनिल टाईगर ने इसका विरोध किया, तो उन्हें जान से मारने की साजिश रची गई।
परिजनों ने यह भी आरोप लगाया कि हत्या के बाद अनिल टाईगर की छवि को धूमिल करने की भी कोशिश की गई। हत्या को पैसों के लेन-देन का विवाद बताकर असल मुद्दे से ध्यान भटकाने का प्रयास हो रहा है। टाईगर के भाई अनुज महतो, पंकज मेहता, रवि प्रकाश महतो, हेमंत तिर्की और राजेन्द्र मेहता ने आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि असली वजह जमीन हड़पना है।
राजकुमार महतो ने बताया कि उन्हें और अन्य परिजनों को अज्ञात लोगों से धमकियां भी मिल रही हैं। उन्होंने पुलिस में इस संबंध में शिकायत दर्ज करवाई है। बावजूद इसके अब तक मुख्य आरोपित खुलेआम घूम रहा है, जिससे परिवार और ग्रामीणों में भय का माहौल है।
परिजनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने झारखंड पुलिस से मुख्य आरोपित की तुरंत गिरफ्तारी और निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की है।