चैनपुर अनुमंडल के श्रीनगर गांव में बीते कुछ दिनों से जंगली हाथियों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। हाथियों का झुंड गांव के आसपास के खेतों में घुसकर किसानों की फसल को भारी नुकसान पहुँचा रहा है। सबसे अधिक नुकसान विजय केरकेट्टा नामक किसान को हुआ है, जिनकी धान और मक्का की फसल को हाथियों ने बर्बाद कर दिया।
पीड़ित विजय केरकेट्टा ने बताया कि रात के अंधेरे में हाथियों का झुंड खेत में घुस आता है और कई घंटों तक तबाही मचाता है। खेत में लगी महीनों की मेहनत एक ही रात में नष्ट हो गई। विजय केरकेट्टा समेत अन्य किसानों का कहना है कि अगर जल्द ही वन विभाग और प्रशासन की ओर से ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो आने वाले दिनों में हालात और बिगड़ सकते हैं।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों के झुंड से न केवल फसलें बर्बाद हो रही हैं, बल्कि जान-माल का खतरा भी बना हुआ है। लोग रात में अपने घरों से बाहर निकलने से डरते हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से गश्ती बढ़ाने और प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग की है।
इस पूरे मामले में प्रशासनिक चुप्पी से ग्रामीणों में आक्रोश है। गांव के लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि हाथियों को नियंत्रित करने के लिए शीघ्र कोई व्यवस्था नहीं की गई, तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे।